जीवनदायिनी मानी जाने वाली गंगा का जलस्तर बढ़ने का सिलसिला बरकरार है। वाराणसी, चंदौली, बलिया, गाजीपुर, चंदौली में जलस्तर लाल निशान पार है तो मिर्जापुर, भदोही में चेतावनी बिंद्रु पार कर गया। बलिया में गंगा उच्चतम बाढ़ बिंदु के नजदीक पहुंच गई हैं।
पूर्वांचल के सैकड़ों गांव बाढ़ में का असर है। बाढ़ से बचने के लिए लोग खुद अपना घर उजाड़कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने की जंग लड़ रहे हैं। गंगा का रौद्र रूप देखकर किनारे बसे लोग दहशत में जी रहे हैं। अगले 24 घंटे तक अगर गंगा का यही तेवर बना रहा तो कई और इलाके में भी पानी तबाही की कहानी लिखने लगेगा।
गाजीपुर में गंगा खतरे के निशान 63.105 मीटर से ऊपर बह रही हैं। रेवतीपुर ब्लॉक के आधा दर्जन गांवों के तीन संपर्क मार्गों पर पानी भर जाने से आवागमन बंद हो गया है। गंगा के जलस्तर में दो सेमी प्रतिघंटे बढ़ोतरी हो रही है। शाम छह बजे तक जलस्तर 63.720 मीटर पर था। चंदौली में गंगा खतरे के निशान 71.26 मीटर के ऊपर बह रही हैं। शनिवार की शाम सात बजे जलस्तर 71.59 मीटर था। तीन सेमी प्रतिघंटे पानी बढ़ रहा है।
वाराणसी में गंगा लाल निशान से 33 सेंटीमीटर ऊपर बह रही हैं। गंगा के रौद्र रूप के कारण वरुणा और असि में पलट प्रवाह से आम जनजीवन पूरी तरह से अस्तव्यस्त हो गया है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार शनिवार को भोर में गंगा के जलस्तर के बढ़ाव में कमी आई। गंगा का जलस्तर सुबह से एक सेंटीमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है।