ITR Filing 2025 शुरू हो गई है! जानिए रिटर्न फाइल करने से पहले Form 26AS और AIS क्यों हैं ज़रूरी, कैसे चेक करें, और किन बातों का रखें ध्यान। पूरी जानकारी आसान हिंदी में।
🔰 परिचय
हर साल की तरह इस बार भी आयकर रिटर्न (ITR) फाइल करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। अगर आप भी ITR Filing 2025 करने जा रहे हैं, तो कुछ अहम बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। सही जानकारी के साथ फाइलिंग करने से न सिर्फ टैक्स नोटिस से बचा जा सकता है, बल्कि रिफंड में भी देरी नहीं होती।
इस लेख में हम बात करेंगे ITR फाइल करने से पहले ध्यान देने योग्य दो जरूरी दस्तावेजों – Form 26AS और Annual Information Statement (AIS) के बारे में, और जानेंगे इनकी अहमियत, फायदे और सही तरीके।
📌 ITR Filing 2025 से पहले किन दो दस्तावेजों पर ध्यान देना जरूरी है?
1️⃣ Form 26AS क्या है?
फॉर्म 26AS एक तरह का टैक्स स्टेटमेंट है जिसमें आपकी सालभर की टैक्स से जुड़ी सभी जानकारियाँ होती हैं। इसमें निम्नलिखित जानकारी होती है:
- TDS (Tax Deducted at Source) – वेतन, बैंक ब्याज आदि से कटे टैक्स का विवरण
- TCS (Tax Collected at Source)
- पिछले वर्षों का टैक्स रिफंड
- हाइ वैल्यू लेन-देन – जैसे प्रॉपर्टी की खरीद-बिक्री, म्यूचुअल फंड, शेयर आदि
👉 Form 26AS क्यों जरूरी है?
- आपके टैक्स की सही गणना करने में मदद करता है
- गलत फाइलिंग से बचाता है
- टैक्स डिपार्टमेंट को जो जानकारी है, वह आप देख सकते हैं
👉 Form 26AS कहां से डाउनलोड करें?
- https://www.incometax.gov.in पर लॉगिन करें
- My Account > View Form 26AS
- TRACES पोर्टल पर Redirect होकर PDF डाउनलोड करें
2️⃣ AIS (Annual Information Statement) क्या है?
AIS यानी Annual Information Statement, एक विस्तृत रिपोर्ट होती है जिसमें आपकी पूरी वित्तीय गतिविधियाँ शामिल होती हैं।
इसमें निम्नलिखित जानकारियाँ होती हैं:
- आपके बैंक अकाउंट से जुड़े ब्याज की जानकारी
- शेयरों से मिला डिविडेंड
- म्यूचुअल फंड में निवेश और निकासी
- विदेशी ट्रांजैक्शन (अगर कोई हो)
- EPF, LIC, क्रेडिट कार्ड खर्च, और अन्य हाई-वैल्यू ट्रांजैक्शन
👉 AIS क्यों जरूरी है?
- फॉर्म 26AS की तुलना में ज्यादा डिटेल्स होती हैं
- हर लेन-देन का स्रोत और समय स्पष्ट होता है
- गलत जानकारी पर आप खुद फीडबैक देकर सुधार कर सकते हैं
👉 AIS कहां से देखें और डाउनलोड करें?
- https://www.incometax.gov.in पर लॉगिन करें
- AIS सेक्शन में जाएं
- PDF या JSON फॉर्मेट में डाउनलोड करें
✅ ITR Filing के लिए Best Practices (सभी जरूरी तरीके)
- समय पर ITR फाइल करें
– आखिरी तारीख से पहले रिटर्न फाइल करें ताकि लेट फीस या पेनल्टी से बच सकें। - सही ITR फॉर्म का चयन करें
– अपनी आय और स्रोत के आधार पर ITR-1, ITR-2, ITR-3, आदि में से सही फॉर्म चुनें। - सभी आय स्रोतों को शामिल करें
– चाहे वह सैलरी हो, ब्याज हो, किराया हो या फ्रीलांसिंग – हर आय का विवरण दें। - फॉर्म 26AS और AIS से मिलान करें
– किसी भी गड़बड़ी से बचने के लिए अपनी फाइलिंग से पहले इन दोनों को चेक करें। - बैंक खाते की सही जानकारी दें
– रिफंड प्राप्त करने के लिए सही और सक्रिय बैंक खाता जरूर जोड़ें। - 80C, 80D, 80G आदि डिडक्शन का लाभ लें
– इनकम टैक्स में छूट पाने के लिए सेक्शन वाइज क्लेम करना न भूलें। - इनवेस्टमेंट प्रूफ रखें
– भविष्य में किसी जांच या स्क्रूटिनी से बचने के लिए सभी डॉक्युमेंट्स PDF या हार्ड कॉपी में सुरक्षित रखें।
🎯 फायदे (Benefits) – सही तरीके से ITR फाइल करने के
- रिफंड जल्दी मिलता है
- नोटिस आने की संभावना बहुत कम होती है
- बैंक लोन या वीजा के लिए ITR जरूरी होता है
- भविष्य की टैक्स प्लानिंग में मदद मिलती है
- लीगल सुरक्षा मिलती है
❓ FAQs – ITR Filing 2025 से जुड़े सवाल
Q1. क्या 26AS और AIS दोनों को देखना जरूरी है?
हाँ, दोनों अलग-अलग जानकारियां देते हैं और दोनों को मिलाकर ही सही फाइलिंग संभव है।
Q2. अगर AIS में गलती हो तो क्या करें?
AIS में ‘Feedback’ ऑप्शन होता है, वहाँ से आप गलत एंट्री को सुधारने का अनुरोध कर सकते हैं।
Q3. अगर ITR समय पर फाइल नहीं किया तो क्या होगा?
5000 रुपये तक की पेनल्टी लग सकती है और रिफंड में भी देरी हो सकती है।
Q4. क्या जीरो इनकम पर भी ITR फाइल करना जरूरी है?
नहीं, लेकिन अगर आप रिफंड क्लेम करना चाहते हैं या भविष्य में लोन लेना चाहते हैं तो फाइल करना फायदेमंद है।
🔚 निष्कर्ष (Conclusion)
ITR Filing 2025 करते समय सिर्फ फॉर्म भरना ही काफी नहीं है, बल्कि सही जानकारी के साथ फॉर्म 26AS और AIS जैसे दस्तावेजों को मिलाकर फाइल करना जरूरी है। इससे न सिर्फ टैक्स में पारदर्शिता आती है, बल्कि भविष्य में किसी तरह की परेशानी से भी बचा जा सकता है।
इस साल अपना ITR बिना गलती और समय पर फाइल करें और टैक्स से जुड़ी चिंताओं को अलविदा कहें!