जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादी हमला: निर्दोष पर्यटकों पर कायराना हमला, देश में आक्रोश

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादी हमला जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत और 34 घायल। TRF ने ली जिम्मेदारी। पढ़ें पूरी खबर।

परिचय

22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम इलाके में हुआ आतंकी हमला पूरे देश को झकझोर देने वाला था। आतंकियों ने निहत्थे और निर्दोष पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलियां बरसाईं, जिसमें अब तक की पुष्टि के अनुसार 26 लोगों की मौत हो चुकी है और 34 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। यह हमला इसलिए भी ज़्यादा निंदनीय है क्योंकि इसका निशाना आम नागरिक और सैलानी थे – वे लोग जो शांति, प्रकृति और पर्वतीय सुंदरता का आनंद लेने वहां आए थे।


कुछ बुनियादी बातें

  • 📍 स्थान: पहलगाम, अनंतनाग ज़िला, जम्मू-कश्मीर
  • 📆 तारीख: 22 अप्रैल 2025, शाम करीब 4 बजे
  • 🚨 मृतक संख्या: 26 (जिनमें 2 विदेशी नागरिक शामिल)
  • 🏥 घायल: 34 (10 की हालत गंभीर)
  • 🕵️‍♂️ जिम्मेदारी ली: The Resistance Front (TRF)
  • 🛡️ जवाबी कार्रवाई: ऑपरेशन “सर्जिकल शील्ड” जारी

हमले का घटनाक्रम

यह हमला उस समय हुआ जब सैकड़ों पर्यटक बैसारन घाटी में टहल रहे थे। तीन से चार आतंकियों ने एक पहाड़ी की ओट से नीचे आकर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। हमला बेहद योजनाबद्ध तरीके से किया गया था – पहले ग्रेनेड फेंके गए, फिर AK-47 से फायरिंग की गई।

मौके पर मौजूद सुरक्षाबलों ने त्वरित कार्रवाई की, लेकिन आतंकी घने जंगल की आड़ लेकर भाग निकले। चश्मदीदों के अनुसार, हमलावरों ने विशेष रूप से विदेशी पर्यटकों और महिलाएं-बच्चों को निशाना बनाया।


मुख्य उद्देश्य क्या था? जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादी हमला

  1. अमरनाथ यात्रा से पहले माहौल खराब करना
  2. पर्यटन उद्योग को नुकसान पहुंचाना
  3. कश्मीर में डर का माहौल बनाना
  4. भारत सरकार पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बनाने की कोशिश

सरकारी प्रतिक्रिया ( जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादी हमला )

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हमले को “मानवता पर हमला” बताया और कहा कि “जो लोग आतंक फलाते हैं, उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा।”

गृह मंत्री अमित शाह ने सुरक्षा एजेंसियों के साथ बैठक कर सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। हमले के बाद NIA (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) को जांच सौंपी गई है और CRPF, BSF और जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ मिलकर आतंकियों की तलाश जारी है।

स्थानीय और राष्ट्रीय प्रतिक्रिया

  • दिल्ली, मुंबई, लखनऊ सहित कई शहरों में प्रदर्शन
  • सोशल मीडिया पर #PahalgamAttack ट्रेंड करने लगा
  • स्थानीय कश्मीरी लोगों ने भी घटना की कड़ी निंदा की

अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया (जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादी हमला)

  • 🇺🇸 अमेरिका ने भारत के साथ एकजुटता जताई और आतंकवाद के खिलाफ कड़ा संदेश दिया।
  • 🇫🇷 फ्रांस, 🇬🇧 ब्रिटेन, 🇷🇺 रूस, और 🇮🇱 इज़रायल ने भी समर्थन व्यक्त किया।
  • संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने कहा, “आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता, यह मानवता के विरुद्ध है।”

सुरक्षा व्यवस्था में बदलाव

घटना के बाद से घाटी में Red Alert जारी कर दिया गया है।

ड्रोन से निगरानी बढ़ी
CCTV कैमरे और स्नाइपर्स तैनात
पर्यटन स्थलों की सुरक्षा चाक-चौबंद की जा रही है
अमरनाथ यात्रा को लेकर अतिरिक्त सतर्कता


इस हमले का मकसद (जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादी हमला)

  • आतंक फैलाना और भ्रम का माहौल बनाना
  • भारत सरकार को चुनौती देना
  • स्थानीय युवाओं को भड़काने की कोशिश
  • विदेशी निवेश और टूरिज्म को प्रभावित करना

लोगों की प्रतिक्रियाएं (जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादी हमला)

  • एक घायल पर्यटक ने कहा: “हम तो शांति के लिए आए थे, पर गोलियां मिल गईं।”
  • एक चश्मदीद स्थानीय गाइड ने बताया: “पहली बार ऐसा हमला देखा, बहुत डरावना था।”

FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

Q1: क्या अभी पहलगाम सुरक्षित है?
👉 हां, फिलहाल सुरक्षा बलों ने पूरा क्षेत्र सुरक्षित कर लिया है।

Q2: क्या हमलावर पकड़े गए हैं?
👉 दो संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है, बाकी की तलाश जारी है।

Q3: क्या यह हमला किसी बड़े आयोजन से जुड़ा था?
👉 संभावना है कि अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाने की साजिश थी।

Q4: अब सरकार क्या कदम उठा रही है?
👉 आतंकियों की धरपकड़ तेज, सुरक्षा बलों को फ्री हैंड मिला है।

निष्कर्ष

“जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादी हमला” केवल एक हमला नहीं, बल्कि हमारी मानवता, शांति और राष्ट्रीय एकता पर चोट है। देश को एकजुट होकर ऐसे कायराना हमलों के खिलाफ खड़ा होना होगा।

अब समय आ गया है जब हमें केवल निंदा करने के बजाय, दृढ़ इच्छाशक्ति और एकजुटता से आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़नी होगी।

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