अमित शाह का माओवादियों को सख्त संदेश: मॉनसून में भी नहीं रुकेगा ऑपरेशन, आत्मसमर्पण ही एकमात्र विकल्प

"बारिश से भीगे घने जंगलों में तैनात सुरक्षाबलों का 3D दृश्य, आगे एक जवान बंदूक के साथ सतर्क मुद्रा में, पीछे अन्य जवानों की कतार, ऊपर निगरानी करता ड्रोन और दूर NFSU की आधुनिक इमारत।"

डॉ. अजय मिश्रा, आंतरिक सुरक्षा मामलों के विशेषज्ञ और पूर्व IPS अधिकारी कहते हैं:

“गृह मंत्री अमित शाह का यह निर्णय कि मॉनसून के दौरान भी ऑपरेशन जारी रहेंगे, रणनीतिक रूप से एक बड़ा परिवर्तन है। अब तक नक्सलियों को वर्षा ऋतु में सुरक्षित रहने का मौका मिल जाता था, लेकिन इस बार उन्हें हर मौसम में दबाव का सामना करना होगा।

इसके साथ ही फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी और नई आपराधिक संहिताएं इस लड़ाई को और सशक्त बनाएंगी। जब तक हम वैज्ञानिक तरीकों और स्थानीय स्तर की समझ के साथ आगे नहीं बढ़ते, तब तक नक्सलवाद जैसी समस्या का समाधान असंभव है। यह एक बड़ी और जरूरी पहल है।”

छत्तीसगढ़ का नया कदम कर्रेगुट्टा की गुफाएं: नक्सलवाद से पर्यटन स्थल बनने की ऐतिहासिक यात्रा

छत्तीसगढ़ पर्यटन, कर्रेगुट्टा गुफाएं, नक्सली इलाका, ऑपरेशन ब्लैक फॉरेस्ट, बस्तर टूरिज्म, पुरातत्व स्थल, छत्तीसगढ़ की गुफाएं, ऐतिहासिक स्थल छत्तीसगढ़, कर्रेगुट्टा पहाड़ी, सुकमा पर्यटन, छत्तीसगढ़ समाचार, chhattisgarh tourism, karregutta caves, karregutta hill, karregutta sukma, bastar caves, ancient caves india, naxal free zones, chhattisgarh heritage

छत्तीसगढ़ की कर्रेगुट्टा गुफाएं एक समय नक्सलियों का गढ़ थीं, लेकिन अब यह क्षेत्र साहसिक और सांस्कृतिक पर्यटन केंद्र बनने की ओर अग्रसर है। जानिए कैसे ऑपरेशन ब्लैक फॉरेस्ट ने इस इलाके को नक्सल मुक्त कर ऐतिहासिक बदलाव लाया। पढ़ें पूरी जानकारी इन गुफाओं के इतिहास, रणनीतिक महत्व, सरकारी योजनाओं और स्थानीय लाभों के बारे में, सिर्फ इस ब्लॉग में।